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Sunday, 4 January 2015

धर्म, पंथ, धर्मान्तरण एवं कानून


परमात्मा की उपासना करते हुए भक्त  

पूजन सामग्री 
प्रभु पूजा में सन्मिलित साध्वियां 
इन दिनों धर्मान्तरण को लेकर काफी विवाद चल रहा है. लगभग सभी टी वी चैनलों में इस विवाद को प्रमुखता से दिखाया जा रहा है. इस विवाद को समझने के लिए पहले यह समझना जरूरी है की धर्म क्या है एवं पंथ क्या है?   

वास्तविक धर्म मनुष्य को जीवन जीने की कला सिखाता है एवं उसके चारित्रिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है. यह मनुष्य को गलत आदतों से बचाता है. धर्म सर्वजन हिताय  सर्वजन सुखाय की भावना से ओतप्रोत है. यह मनुष्य को पाप अर्थात गलत कार्यों से बचत है एवं पुण्य अर्थात अच्छी बातों अच्छे कर्मों के लिए प्रेरित करता है. यह मनुष्य में आध्यात्मिकता का वीजारोपण कर उसे चित्त शुद्धि के मार्ग पर ले जाता है. धर्म का अंतिम फल मोक्ष माना गया है जहाँ जीव सर्व विकार रहित होता है.

धर्म का आचरण करते समय उसके विविध पहलु होते हैं  जो की देश, काल परिश्थितियों के अनुसार बदलते रहते हैं परन्तु मुलभुत तत्व नहीं बदलता है. समय समय पर महापुरुषों ने धर्म का स्वयं आचरण करते हुए लोगों को उसी मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है. प्रायः कर इसी से विभिन्न पंथों का उदय हुआ. सभी ऐसे पंथ मूल रूप से उसी धर्म के आचरण की प्रेरणा देते हैं. कालांतर में यहीं पंथ धर्म के रूप में जाना जाने लगते हैं. हर पंथ की अपनि उपासना पद्धति होती है एवं लोग उसी पद्धति से उपासना करते हैं.

यहाँ तक कोई दिक्कत नहीं है परन्तु कभी कभी अपने अपने पंथ की कट्टरता लोगों को उन्मादी बना देती है एवं वे अन्य पंथों से द्वेष करने लगते हैं. यहीं से हिंसा प्रारम्भ होती है. एक पंथ के अनुयायियों को जबरन अपने पंथ में लेन की कुचेष्टा से वातावरण विषाक्त होता है. इसे धर्मान्तरण की संज्ञा दी जाती है परन्तु यह धर्मान्तरण नहीं पथांतरण मात्र है.

मनुष्य अपनी इच्छा से अथवा जन्म से किसी एक पंथ में विश्वास कर उस मार्ग का अनुसरण करता है. कभी कभी वह अन्य पंथ की अच्छी वातों से आकृष्ट हो कर अपना मत बदल कर नए पंथ को स्वीकार करता है इसे धर्मान्तरण का नाम दिया जाता है एवं यह धर्मान्तरण की स्वस्थ्य, स्वच्छ एवं मान्य परंपरा है. इसमें किसी को कोई विरोध नहीं होना चाहिए।

परन्तु किसी को लोभ-लालच दे कर, भय दिखा कर, बरगला कर या जबरदस्ती कर उसका पथांतरण (धर्मान्तरण) करना सभ्य समाज मे स्वीकृत नहीं हो सकता।  अतः धर्मान्तरण पर रोक लगाने वाले कानून लेन के प्रयास की सराहना होनी चाहिए एवं इसे लेन में सभी को सहयोग करना चाहिए. केंद्र सरकार एवं भाजपा ने इस और कदम बढ़ाया है इस पर व्यापक राष्ट्रिय सहमति बन्नी चाहिए।


Jyoti Kothari

Convener, Jaipur division
Prabhari, West Bengal,
Narendra Modi Vichar Manch

Thanks,
(Vardhaman Gems, Jaipur represents Centuries Old Tradition of Excellence in Gems and Jewelry)
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